Tuesday, August 22, 2017

सावन आया सावन आया

सावन आया सावन आया 
बच्चो का मन बहलाने आया 
हरी-भरी यह धरा बयाना
सावन आया सावन आया

काले काले बादल आए

काले काले बादल आए
अपने अन्दर पानी  लाए
बच्चो का मन  बहलाने आए 
पोधो के लिए  पानी लाये 
काले काले बादल आए

चिट्ठी आई चिट्ठी आई

चिट्ठी आई चिट्ठी आई 
नेता जी  की चिट्ठी आई
टिंकी-पिंकी दौढ़ के आई
माँ ने पढ़के सबको सुनाई
नेता जी  की चिट्ठी आई

परिवार पर कविता

एक परिवार में लोग  थे  सात
सुबह चाय पी के करते बात
शरारती बच्चे खाते लात 
नाचते - गाते कट जाती रात